दिवाली के दिनों का वास्तविक महत्त्व (Importance of Diwali’s Days)

Diwali
  1. Vank baras (वांक बारस)
  2. Dhanteras (धनतेरस)
  3. Kalichaudas (काली चौदस)
  4. Diwali (दिवाली)
  5. Viswkarma Divas (गुजराती नूतन वर्ष)
  6. Bhaaidooj (भाई दूज)

वांक बारस (Vank Baras – वांक बारस): वांक बारस, जिसे “वाच” से लिया गया है, माता सरस्वती की पूजा का दिन है, जो ज्ञान और कला की देवी हैं। इस दिन विद्या और कला की देवी सरस्वती की पूजा करके ज्ञान और समझ की प्रार्थना की जाती है।

धनतेरस (Dhanteras – धनतेरस): लोग इस दिन लक्ष्मी का पूजन करते हैं, लेकिन असल में धन का अर्थ भगवान धन्वंतरि से है, जो स्वास्थ्य के देवता हैं। समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुए भगवान धन्वंतरि के पूजन से लोग अपने और अपने परिवार की सेहत के लिए प्रार्थना करते हैं।

काली चौदस (Kalichaudas – काली चौदस): इस दिन लोग चौक में दीप जलाकर माँ काली की पूजा करते हैं, जो साहस और शक्ति का प्रतीक हैं। माँ काली की आराधना कर हम अपने और परिवार के लिए साहस और शक्ति की कामना करते हैं।

दिवाली (Diwali – दिवाली): दिवाली का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन लक्ष्मी पूजा होती है और दीप जलाकर अंधकार को उजाले में बदलने का प्रतीकात्मक अर्थ है।

गुजराती नूतन वर्ष (Vishwakarma Divas – विश्वकर्मा दिवस): भगवान विश्वकर्मा निर्माण और सिविल इंजीनियरिंग के देवता हैं। इस दिन उनकी पूजा की जाती है। यह गुजरातियों के लिए नए साल की शुरुआत का दिन भी है।

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